Amjad Mirza की पीएम मोदी से बड़ी अपील: पीओके एक्टिविस्ट ने जताई देश सेवा की इच्छा
भारत में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों का ऐलान कर दिया है, जिस पर दुनियाभर के लोगों की निगाहें टिकी थीं। अब पीओके के एक एक्टिविस्ट अमजद अयूब मिर्जा ने पीएम मोदी से एक महत्वपूर्ण मांग की है। हमेशा पाकिस्तान और पीओके के मुद्दे पर बेबाक राय रखने वाले मिर्जा ने कहा कि वह भारतीय हैं और उन्हें देश की सेवा का मौका मिलना चाहिए।
मिर्जा ने पीएम मोदी से मंत्री बनाने या सरकार में कोई जिम्मेदारी देने की गुजारिश की है। उन्होंने बीजेपी का पटका पहने हुए एक वीडियो भी बनाई है, जिसमें उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम बनकर वो कर दिखाया है, जो नेहरू के बाद कोई नहीं कर सका था। मैं उनको बहुत मुबारकबाद देता हूं। मोदी जी, मैंने आपकी एनडीए की बैठक और पीएम बनने के बाद की स्पीच देखी है। मेरा ताल्लुक पीओके से है और मैं लंदन में रहता हूं, लेकिन ये भी सच है कि पीओके के लोग भी भारतीय नागरिक ही हैं। इसलिए भारतीय होने के नाते मैं भी आपकी टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं।”
मिर्जा ने अपने बयान में आगे कहा, “मोदी जी, आपने तीन बातें कही हैं, जो आपकी टीम में आने के लिए होनी चाहिए। पहली बात है कि विचार को लेकर साफगोई, जिस पर मैं पूरी तरह से खरा उतरता हूं। मुझे कोई शक नहीं है कि मैं एक भारतीय हूं और पीओके भी भारत का है। 1947 में कश्मीर के महाराजा हरि सिंह को पाकिस्तान ने डील के बाद धोखा दिया। इसके बाद कश्मीर भारत के साथ जुड़ा और बाकायदा विलय हुआ। ऐसे में कश्मीर के लोग भारतीय हैं, ये मेरा स्पष्ट विचार है।”
दूसरी बात को लेकर मिर्जा ने कहा, “मजबूत विश्वास की है, इस पर भी मैं खरा उतरूंगा, क्योंकि मेरा विश्वास है कि भारत आपकी लीडरशिप में आगे जाएगा। उम्मीद है कि इस बार पीओके का मामला भी हल होगा और कश्मीर भारत का हिस्सा बनेगा।”
मिर्जा ने तीसरी बात के रूप में अपने किरदार की चर्चा की, “मैं कहूंगा कि मेरा ट्रैक रिकॉर्ड इस बात को साबित करता है कि मेरा कैरेक्टर क्या है। मेरे किरदार की गवाही मेरे काम देते हैं। इन सबको ध्यान में रखते हुए मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि आप मुझे अपने साथ काम करने का मौका दें। ऐसे में उन्हें देश की सेवा का मौका मिलना चाहिए।”
अमजद मिर्जा की इस अपील ने भारतीय राजनीति और समाज में एक नई बहस को जन्म दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पीएम मोदी और उनकी सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या मिर्जा को देश की सेवा करने का अवसर मिलता है।